To think about

सुसमाचार को ऑनलाइन बाँटना

सोचने के लिए

कई विश्वासी अपने विश्वास को ऑनलाइन बाँटने से डरते है। दूसरे लगातार प्रचार कर रहे है और सिर्फ परमेश्वर के बारे में बात करते है। साहसी हो, पर जो बाँटते है उसमे बुद्धिमान और संतुलित हो। आपके बहुत उग्र कथन या सन्देश पश्चताप के बारे में आपके मसीही दोस्तों को लुभाये, पर प्रश्न यह है कि क्या वह गैर-विश्वासियों को मसीह के करीब लाता है? सोशल मीडिया में शायद ही सन्देश या बहस सही बैठते है, पर असल जीवन कहानियाँ और व्यक्तिगत अनुभव सुनहरे अवसर लोगों पर प्रभाव डालने के देता है। धर्मी भाषा से बचे जो आपके मित्र शायद नहीं समझ पाये। आप शायद अध्ययन करना चाहे कि आपके आपके मित्र क्या बाँटते है, क्या लाइक करते, क्या कम्मेंट और फॉलो करते है। इस तरह आपके लिए आसान होगा कि आप वो चीज़े बाँटे जो उनके लिए उचित हो। आपको गवाही देने के लिए बाइबिल या मसीह विश्वास के बारे में सब कुछ जाने की ज़रुरत नहीं है। एक 'गवाह' से अदालत में उन चीज़ों के बारे में बताने की अपेक्षा नहीं होती जो उसने अनुभव नहीं की। एक गवाह वह चीज़े बताता है जो उसने सीधे अनुह्व करी है। इसका जितना आप सोचते है उससे ज़्यादा प्रभाव है। किसी व्यक्ति के अनुभव पर बहस करना कठिन है। आपके पास सारे उत्तर नहीं होंगे उन सारे प्रश्न के लिए जो लोगों के पास है। आप परमेश्वर नहीं है। फिर भी, उन प्रश्नो को जाने जो अक्सर लोगों के पास होते है मसीहत के बारे में। (आपके पास्टर/जवानो के अगुवे आपकी मदद करने में खुश होगे या आप इस पुस्तिका में दिए गए लिंको पर नज़र डाल सकते है।) अगर आपके पास उत्तर नहीं है जब कोई प्रश्न पूछता है, यह कहने से ना घबराये: "मुझे नहीं मालूम, पर मैं ढूंढने की कोशिश करूंगा और आपके पास वापस आऊंगा।" आखिर में पवित्र आत्मा और परमेश्वर का वचन है जो लोगों को परिवर्तित करता है, और हमारा प्रेम, हमारा ज्ञान नहीं सबसे शक्तिशाली हथियार है।

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